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मंगल पर पृथ्वी जितना पानी

वैज्ञानिकों ने इस बात के पक्के सबूत मिलने का दावा किया है कि जिससे इस बात के संकेत मिलते हैं कि मंगल की सतह के नीचे पानी के विशाल भंडार मौजूद हैं। मंगल के कुछ हिस्से तो पृथ्वी के भीतरी परतो जितने आर्द हैं।

पत्रिका ‘जियोलॉजी’ में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है। यह अध्ययन पहले के उन अध्ययनों को खारिज करता है जिनमें अनुमान व्यक्त किया गया था कि मंगल के जल भंडार बहुत कम हैं। कार्नेगी इंस्टिट्‍यूट ऑफ वाशिंगटन के अध्ययनकर्ता एरिक हाउरी ने कहा कि यह काफी पेचीदा है कि ग्रह के बारे में पूर्व के अनुमान इतने अधिक सूखे क्यों थे।

उन्होंने कहा ‍कि नए अध्ययन से यह समझ में आता है और इससे यह संकेत मिलता है कि ज्वालामुखियों ने पानी को सतह पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई होगी। अध्ययनकर्ताओं ने अपने अध्ययन के लिए दो मंगल ग्रह से आई दो उल्कापिंडों का अध्ययन किया जिसका निर्माण मंगल की सतह से नीचे हुआ था। ये चट्टानें मंगल पर एक विस्फोट से अलग होने के बाद पृथ्वी पर 25 लाख वर्ष पहले आई थीं। (भाषा)

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